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बिश्नोई गैंग के वो चार गुर्गे, जिनके दम पर टिका है लॉरेंस बिश्नोई के जुर्म का साम्राज्य

मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके शूटर फिर चर्चाओं में हैं।

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का गैंग बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद फिर सुर्खियों में है। गुजरात की साबरमती जेल में बंद लॉरेंस के तीन शूटरों ने मुंबई में वारदात को अंजाम दिया। दो शूटर पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं, एक की तलाश पुलिस कर रही है। लॉरेंस के जेल में होने के बाद भी उसके चार खास गुर्गे हैं, जो उसका गैंग चला रहे हैं। माना जाता है कि लॉरेंस के गैंग में 700 शूटर हैं, उसकी गैंग का नारा ‘जय बलकारी’ है। लॉरेंस के अकेले पंजाब में 300 शूटर माने जाते हैं। एनआईए भी अपनी चार्जशीट में उसकी गैंग की तुलना डी कंपनी यानी दाऊद से कर चुकी है। जिन गुर्गों के जरिए लॉरेंस अपराध जगत में अपना दबदबा बना रहा है, उनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

रोहित गोदारा

सबसे पहले बात करते हैं रोहित गोदारा की, जो बीकानेर का रहने वाला है। 2010 में क्राइम की दुनिया में आया था। इसके ऊपर 32 केस दर्ज हैं। इस अपराधी ने हाल ही में राजस्थान के दो व्यापारियों से 19 करोड़ की रंगदारी मांगी थी। बताया जाता है कि करणी सेना प्रमुख सुखदेव गोगामेड़ी के मर्डर का प्लान इसी ने रचा था। ये बदमाश पुर्तगाल और अजरबैजान में कहीं छिपा है। 2022 में डंकी रूट के जरिए यह अमेरिका गया था। इसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है। अप्रैल में जो गोलीबारी सलमान खान के घर के बाहर हुई, वह साजिश इसी ने रची थी। हिस्ट्रीशीटर राजू ठेहट की हत्या भी इसने करवाई थी।

गोल्डी बराड़

दूसरा नाम है गोल्डी बराड़ का, जिसे गृह मंत्रालय आतंकी घोषित कर चुका है। सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ पर पंजाब-हरियाणा में 54 केस दर्ज हैं। जिसमें वसूली के 24 केस हैं। एनआईए के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई का पूरा नेटवर्क यही संभालता है। बराड़ ही व्यापारियों को कॉल कर रंगदारी मांगता है। इसके ऊपर पहला केस फरीदकोट में दर्ज हुआ था। 1994 में पैदा हुआ बराड़ पुलिस फैमिली से ताल्लुक रखता है। फिलहाल यह कनाडा में छिपा हुआ बताया जा रहा है। इसी ने फेसबुक पोस्ट के जरिए मूसेवाला हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी।

काला जठेड़ी

काला जठेड़ी हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला बदमाश है। इसका असली नाम संदीप झांझरिया है। जो 12वीं पास करने के बाद केबल ऑपरेटर का काम करता था। शुरू में छोटे-मोटे अपराध किए, बाद में हरियाणा, पंजाब, यूपी और राजस्थान में मर्डर के कई मामलों में इसका नाम आया था। फिर डकैती और लूट के मामले दर्ज हुए। 2004 में इसे पहली बार अरेस्ट किया गया था। भोंडसी जेल में बंद रहने के दौरान वह राजू बसोदी के जरिए लॉरेंस के टच में आया था। काला जठेड़ी हरियाणा पुलिस की हिरासत से भाग चुका है। फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद है। उसे मार्च 2024 में लेडी डॉन अनुराधा चौधरी से शादी के लिए 6 घंटे की पैरोल मिली थी। उसके गुर्गे लॉरेंस के लिए काम करते हैं।

अनमोल बिश्नोई

अनमोल बिश्नोई उर्फ ​​भानु भी लॉरेंस बिश्नोई का बायां हाथ माना जाता है। अनमोल लॉरेंस का भाई है, जिसका नाम मूसेवाला हत्याकांड में आया था। 2023 में उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई थी। पिछले साल वह भारत से भाग गया था। बताया जा रहा है कि फिलहाल वह कीनिया या कनाडा में छिपा है। अनमोल जोधपुर की जेल में सजा भी काट चुका है। लॉरेंस की गैंग के लिए हथियार सप्लाई और गुर्गों की भर्ती में उसका हाथ बताया जाता है।

Vishal Leel

Sr Media person & Digital Creator
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